आमिर ख़ान ब्यूरो प्रमुख 


जनपद बलरामपुर के ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य विभाग की ओर से स्किल बर्थ अटेंडेंट (एसबीए) के जरिये मातृ-शिशु मृत्यु दर को रोकने की कवायद की जा रही है। संस्थागत प्रसव को बढ़ावा देने में स्वास्थ्यकर्मियों जैसे स्टाफ नर्स, एएनएम, आंगनबाड़ी की महत्वपूर्ण भूमिका है। इसके लिए महिला स्वास्थ्यकर्मियों को एस बी ए  प्रशिक्षण दिया जा रहा है।जिला महिला अस्पताल की सीएमएस डा. विनीता राय ने बताया कि प्रशिक्षण में गर्भवतियों को एनिमिया से बचाव और प्रसव के दौरान पीपीएच प्रबंधन, एंटी नेटल, पोस्टर नेटल केयर, एंक्लैप्सिया, स्तनपान, कंगारू देखभाल, प्रसव पश्चात देखभाल, प्रसव पूर्व परीक्षण, प्रसव पूर्व रक्तस्त्राव, एएमटीएसएल आदि की जानकारी दी जा रही है। प्रसव में आने वाली जटिलता का सैद्धान्तिक और व्यवहारिक दोनों प्रशिक्षण दिए जा रहे हैं। प्रशिक्षण प्राप्त करने वाले स्वास्थ्य कर्मियों को सर्टिफिकेट दिया जाता है। प्रशिक्षण के दौरान डा महेश वर्मा ने बताया कि कि नेशनल रुरल हेल्थ मिशन का मुख्य उद्देश्य बच्चों की मृत्यु दर को कम करना है। यह तभी संभव हो सकता है जब ह