जितेंद्र कुमार लोधी ब्यूरो प्रमुख की रिपोर्ट...


 1857 के स्वतंत्रता संग्राम की अमर बलिदानी, क्रांति की चिंगारी मध्यप्रदेश के रामगढ़ की वीरांगना महारानी अवंतीबाई जी नारीशक्ति की मिशाल पेश कर अपने शौर्य,साहस और पराक्रम से अंग्रेजों को नाकों चने चबाने पर मजबूर कर खदेड़ दिया,धन्य है वह वीरांगना जिसने एक अद्वितीय उदाहरण प्रस्तुत कर 1857 के भारत के प्रथम स्वाधीनता संग्राम में 20 मार्च 1858 को अपने प्राणों की आहुति दे दी, शत् शत् नमन्  ।आज रेडी चौराहे पर देश के स्वाभिमान और स्वाधीनता हेतु प्रथम स्‍वतंत्रता संग्राम के प्रमुख सूत्रधारों में से एक, नारी शक्ति और साहस की परिचायक,अमर बलिदानी वीरांगना रानी_अवंती_बाई_लोधी जी के बलिदान दिवस पर सभी युवा साथी टीम के साथ उन्हें विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित की। 
नव युवा साथी भैया अखिल लोधी, रविन्द्र लोधी (भूरा), संजू लोधी, शिवम लोधी,नितिन लोधी,अजय,लोकेश, परमाल,राघव लोधी, रविन्द्र लोधी,दिनेश लंबरदार,नीरज लोधी राजीव लोधी,गोलू लोधी,शंकर लोधी, प्रानसिंह लोधी, मंचू पत्रकार समस्त युवा साथी उपस्थित रहे !!