• भारत में सुबह 4.30 बजे तक देखा गया, मेष-कर्क के लिए शुभ और वृषभ-मिथुन के लिए अशुभ
  • आषाढ़ मास की पूर्णिमा पर चंद्र ग्रहण का यह योग इससे पहले 12 जुलाई 1870 को बना था

 

भारत में मंगलवार रात 1:32 बजे चंद्र ग्रहण लगा, जो तड़के 4:30 बजे तक देखा गया। यह आंशिक ग्रहण था, जो इस साल दूसरी और आखिरी बार लगा। यह घटना इसलिए खास रही, क्योंकि 149 साल बाद आषाढ़ मास की पूर्णिमा यानि गुरु पूर्णिमा की रात चंद्र ग्रहण लगा।

इस आंशिक चंद्र ग्रहण को अलग-अलग समय में भारत, ऑस्ट्रेलिया, अफ्रीका, यूरोप और अमेरिका के ज्यादातर भागों में देखा गया। चंद्र ग्रहण का सूतक ठीक 9 घंटे पहले यानी शाम 4:30 बजे शुरू हुआ। इस वजह से चार धाम समेत देश के प्रमुख सभी मंदिरों के पट शाम 4:00 से बजे बंद हो गए।

उज्जैन के ज्योतिषाचार्य पं. मनीष शर्मा के अनुसार 149 साल बाद ऐसे दुर्लभ योग बने। इससे पहले 12 जुलाई, 1870 को 149 साल पहले गुरु पूर्णिमा पर चंद्र ग्रहण हुआ था। उस समय भी शनि, केतु और चंद्र के साथ धनु राशि में स