अतुल यादव,विशेष संवाददाता 

पत्रकार क्या है उसकी सीमा क्या है ऐसे प्रश्न हमारे मन में आते है और उन्हें जानना अनिवार्य है , पत्रकारिता को लोकतंत्र का चौथा स्तंभ कहा गया है। पत्रकारिता एक जिम्मेदारी भरा कार्य होता है, जिसे सही ढंग से पूर्ण करना होता है , हर पत्रकार की खबर, समाज और देश को लेकर चौकन्ना रहना चाहिए। एक छोटी सी गलती पत्रकार और पत्रकारिता संस्थान पर भारी पड़ सकती है। और उसकी गरिमा को ठेस पंहुचा सकती है पत्रकारिता की भी एक सीमा रेखा होती है जिसे हम पत्रकारिता का आचार संहिता भी कह सकते हैं। उदाहरण के लिए टीवी पर या अखबार में रेप पीड़िता का नाम, फोटो या उससे संबंधी किसी भी जानकारी को प्रकाशित या प्रसारित करना अपराध की श्रेणी में आता है, इस मामले में पत्रकारिता संस्थान और पत्रकार पर कार्रवाई भी हो चुकी है। अत: हर पत्रकार को अपनी सीमा का ध्यान रखना चाहिए:-
पत्रकारिता की आचार संहिता का रखें ध्यान-

यह अति आवश्यक है कार को किसी भी विचारधारा