अकाश गुप्ता, संवाददाता शक्ति नगर

सामाजिक सरोकार के मुद्दे पर विवेक शून्य हो चुके एनसीएल दुद्धिचुआ के अधिकारियों को ग्रामीणों ने कई बार ज्ञापन के माध्यम से समस्या के बारे में अवगत कराया और शक्तिनगर थाना प्रभारी निरीक्षक मिथिलेश कुमार मिश्र ने भी उक्त प्रकरण को संज्ञान में लेकर एनसीएल दुद्धिचुआ प्रबंधन को पत्र के माध्यम से वार्ता करने की पहल की थी। लेकिन अपने हठधर्मिता के आगे एनसीएल प्रबंधन के अधिकारियों ने ग्रामीणों व प्रशासन के पत्र को नजरअंदाज कर दिया और आज जब ग्रामीण कोयला परिवहन से उड़ने वाली धूल पर नियंत्रण के ठोस निष्कर्ष की मांग हेतु मुख्य महाप्रबंधक गेट पर डटे हुए हैं तो प्रबंधन वार्ता कर ठोस निष्कर्ष निकालने के बजाय ग्रामीणों के आवाज को कुचलने का षड्यंत्र रच रहा है।
हाईवा के अनियंत्रित स्पीड के कारण मुख्य मार्ग पर ग्रामीण जाने से कतराते हैं क्योंकि बेकाबू ट्रेलरों के चपेट में आकर घायल होने का खतरा बना रहता है। कोयले की धूल की आंधी तो ऐसी चलती है कि घर से नहाकर जाइए और धूल से