रितेश शर्मा, संवाददाता सोनभद्र 



योग दुनिया को भारतीय जीवन पद्धति का एक अनुपम भेंट है, जो स्वस्थ जीवन  के मार्ग को प्रशस्त करता है। योग आत्मज्ञान की प्राप्ति तथा सभी प्रकार की शारीरिक परेशानियों को दूर करने का एक विज्ञान आधारित क्रिया है। योग मनुष्य के मन और आत्मा की अनंत क्षमता को  परिमार्जित कर आत्मज्ञान के माध्यम से आत्म साक्षात्कार करवाता है। उक्त बातें काशी हिंदू विश्वविद्यालय के कुलगुरू प्रोफेसर विजय कुमार शुक्ला ने राष्ट्रीय सेवा योजना द्वारा आयोजित द्वितीय साप्ताहिक योग प्रशिक्षण शिविर के उद्घाटन समारोह में शिविरार्थियों को संबोधित करते हुए कही। 

उन्होंने कहा कि योग पूर्णतः वैज्ञानिक शोध और तथ्यों पर आधारित है। योग के द्वारा कई असाध्य रोगों का इलाज संभव है, जिसके लिए हमारे ऋषि-मुनियों द्वारा योगसूत्र प्रतिपादित किए गए हैं।

मुख्य अतिथि के रूप में बोलते हुए भारत