अतुल यादव, विशेष संवाददाता 



यत्र नार्यस्तु पूज्यन्ते। रमन्ते तत्र देवता

हास्य/व्यंग/लेख: 

शक्तिमान से भी अगर देश में कोई है शक्तिशाली तो वो है नारी शक्ति। बस इस नारी के पास शक्ति को छोड़कर सब-कुछ दिख जाता है। जैसा कि आप जानते हैं ईश्वर ने दुनिया में देखने के लिए कोई चीज बनाई तो वो है नारी। उसके बाद चित्रकारों से लेकर फिल्मकारों ने इस चीज के सौंदर्य को चुनकर – चुनकर ऐसे दिखाया कि अब सभी देखने की चीज ही समझने लगे हैं।

वोट बैंक तथा नोट बैंक की चाह रखने वालों की महफ़िल में तो नारी, नारी से नारा बन गई। इसलिए चीज समझने वालों ने नारी शक्ति बोल-बोल कर चने के पेड़ पर ऐसे चढ़ा दिया। कि गुंडों की महफ़िल को घर का बाथरूम समझ लिया है। तथा ब्राइट फ्यूचर के लिए कास्टिंग काउच के नाम पर शारीरिक पोषण कर रही है। यहाँ फ्यूचर के लिए फिगर का उपयोग रेप नहीं एग्रीमेंट है।अब किसी के लिए नारी ब्रेकफास्ट, तो कहीं पर लंच तो कहीं पर डिनर है। तो कुछ मेनू देख रहे है कि कौनसी चीज अच्छी है कौनसी कच्ची है और किसे