आमिर ख़ान, ब्यूरो प्रमुख 


जरवा/बलरामपुर।सावन माह के द्वितीय सोमवार को क्षेत्र में जगह जगह शिव मंदिरों पर जलाभिषेक के लिए भक्तों की तांता लगी रहती है।सावन माह में शिव आराधना का बड़ा महत्व है। इस दौरान जगह-जगह कांवड़ियों की लम्बी कतारें वा बम बम भोले नाथ के जयकारो की गूँज से आस पास का क्षेत्र गुंजयमान हो जाता है।भारत नेपाल सीमा से सटे जनकपुर से जल भरने के लिए कावरियों की जत्था पहाड़ी धोबहा नाले से जलभरकर कावंरियों की जत्था हर हर महादेव की जयकारों के साथ धूम मचाते हुए शिव को जलाभिषेक कर मनोकामना पूर्ण होने की मांग की जाती है।
कांवड़ यात्रा सावन में शिव भक्त नंगे पैर रहते हैं इसलिए बोलबम की इस यात्रा में श्रद्धालुओं की भक्ति के साथ हिम्मत की भी परीक्षा होती है।ऐसी कठिन यात्रा में शिव भक्तों का जोश बढ़ाने का काम करते हैं।डी जे के साथ कांवड़ गीतों की धुन पर नाचते,गाते हुए काफी संख्या में भक्ति गण शिव को जलाभिषेक के लिए जाते है।
पूरे सावन महीने में कांवड़ यात्रा जिनमें डमरूवाला बाजे कांवरियां नाचे, भोले ले लो हमारी खबरिया।सावन